बरेली भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रुहेलखण्ड क्षेत्र में स्थित एक नगर है।
समझें
[सम्पादन]लगभग १० लाख की आबादी के साथ, बरेली उत्तर प्रदेश का सातवां सबसे बड़ा महानगर है। यह एक व्यस्त शहर है, जहां काफी संकीर्ण और भीड़ग्रस्त सड़कों पर पैदल यात्री कारों और रिक्शों के साथ प्रतिस्पर्धा सी करते प्रतीत होते हैं।
बरेली गंगा के ऊपरी मैदानों में बसा है - नदी के लगभग ७० किमी उत्तर में, और हिमालय की बाहरी तलहटी की दृष्टि सीमा के भीतर स्थित है। यह एक महत्वपूर्ण रेलवे और परिवहन केंद्र है, जो दिल्ली और लखनऊ के लगभग मध्य में स्थित है। यह रेलमार्ग द्वारा भारत के अधिकांश प्रमुख शहरों से, और साथ ही सड़क से तो नेपाल के पश्चिमी हिस्से से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, नगर की स्थापना १५३७ में दो भाइयों, बंस देव और बरल देव द्वारा की गई थी। उन्होंने एक किले का निर्माण किया और उसे अपने पिता के नाम पर जगतपुर नाम दिया, जो तब उस राज्य के गवर्नर थे। यह शब्द अभी भी एक रिहायशी कॉलोनी के संदर्भ में उपयोग किया जाता है, जो अब पुराने शहर का हिस्सा है। शनैः शनैः किले के चारों ओर एक छोटे से नगर ने आकर लेना प्रारम्भ किया, जिसे उन दोनों भाइयों के नाम पर बांस-बरेली कहा जाने लगा। मुगल काल के दौरान एक नए किले के साथ-साथ यहाँ मिर्जई मस्जिद और जामा मस्जिद का निर्माण हुआ। १७०७ में औरंगजेब की मृत्यु के बाद अफगानी लोगों का एक गुट, जिसे रुहेला कहा जाता था, बड़ी संख्या में क्षेत्र में आकर बसा, और फिर इस क्षेत्र को रुहेलखण्ड के नाम से जाना जाने लगा। बरेली नगर तत्कालीन रुहेलखण्ड राज्य की राजधानी थी। १७७४ में रुहेलखण्ड पर अवध के नवाब ने कब्ज़ा कर लिया।
अवध के नवाब ने कुछ समय बाद इस क्षेत्र को ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंप दिया, और बरेली रुहेलखण्ड जिले का मुख्यालय बन गया। ब्रिटिश काल में नगर के दक्षिण में प्रशासनिक भवन तथा नए आवासीय क्षेत्र बसाए जाने लगे; बरेली छावनी की स्थापना १८११ में हुई थी। १८५७ के विद्रोह के दौरान खान बहादुर खान रुहेला ने रुहेलखण्ड में अपनी सरकार बनाई। एक साल बाद विद्रोह विफल हो गया और ब्रिटिश सेना ने शहर पर पुनः कब्ज़ा कर लिया। ब्रिटिश शासनकाल में ही रेलवे के माध्यम से शहर को दिल्ली और लखनऊ से जोड़ा गया था। द्वितीय विश्व युद्ध से पहले बरेली में विभिन्न कारखानों की स्थापना की गई, और फिर भारत की स्वतंत्रता के बाद नगर की आर्थिक वृद्धि उच्च दर पर जारी रही। वर्तमान में बरेली रुहेलखण्ड क्षेत्र का सबसे बड़ा नगर है। मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर, अमरोहा तथा शाहजहाँपुर क्षेत्र के अन्य प्रमुख नगर हैं।
प्रवेश करें
[सम्पादन]सड़कमार्ग से
[सम्पादन]बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग २४ पर दिल्ली तथा लखनऊ से समान दूरी पर स्थित है; दिल्ली से २६५ किमी तथा लखनऊ से २५५ किमी। कार से दिल्ली से बरेली आने में लगभग छह घंटे लगते हैं; पूरा रास्ता उच्च स्तरीय राजमार्ग है। दिल्ली से गाज़ियाबाद, हापुड़, अमरोहा, मुरादाबाद तथा रामपुर होते हुए बरेली पहुंचा जा सकता है। इसके अतिरिक्त लखनऊ से हरदोई-शाहजहाँपुर होते हुए, तथा आगरा से कासगंज-बदायूँ होते हुए बरेली पहुंचा जा सकता है। बरेली से आगे उत्तराखण्ड राज्य की ओर को दो सड़कें जाती हैं; पहली नैनीताल रोड - जो बरेली से बहेड़ी, किच्छा तथा हल्द्वानी होकर नैनीताल को जाती है, तथा दूसरी पीलीभीत रोड - जो पीलीभीत होकर खटीमा-टनकपुर की ओर जाती है।
बसें बरेली में आवागमन का प्रसिद्ध साधन हैं। बरेली में दो बस अड्डे हैं: पहला, जिसे पुराने रोडवेज बस अड्डे के नाम से जाना जाता है, पुराने शहर के एक छोर पर नोवेल्टी चौराहे तथा बरेली कॉलेज चौराहे को जोड़ती एक सड़क पर स्थित है। यहाँ से दिल्ली, हल्द्वानी तथा आगरा की ओर जाने वाली बसों का संचालन होता है। दूसरा, जिसे बरेली सैटेलाइट बस अड्डे के नाम से जाना जाता है, नगर के पूर्वी छोर पर शाहजहाँपुर रोड तथा पीलीभीत बाईपास रोड के तिराहे पर स्थित है। यहाँ से लखनऊ तथा पीलीभीत की ओर को जाने वाली बसों का संचालन होता है। हालाँकि दिल्ली तथा लखनऊ जैसे प्रमुख नगरों के लिए तो दोनों ही बस अड्डों से निरंतर बसें चलती ही रहती हैं।
रेलमार्ग से
[सम्पादन]नगर में कुल छह रेलवे स्टेशन हैं, जिनमें से तीन (बरेली जंक्शन, सीबी गंज तथा बरेली कैण्ट) उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मण्डल के अधीन तथा अन्य तीन (बरेली सिटी, इज़्ज़तनगर तथा भोजीपुरा) उत्तर-पूर्वी रेलवे के इज़्ज़तनगर मण्डल के अधीन हैं। दिल्ली-कलकत्ता मुख्य रेलवे लाइन पर स्थित बरेली जंक्शन नगर का सबसे बड़ा तथा व्यस्त रेलवे स्टेशन है, जहाँ से भारत के लगभग सभी प्रमुख नगरों तक रेल सेवाएं उपलब्ध हैं। बरेली सिटी बरेली-काठगोदाम रेलवे लाइन का अंतिम स्टेशन है, यहाँ से हल्द्वानी-काठगोदाम तथा पीलीभीत तक की ट्रेनें चलती हैं।
वायुमार्ग से
[सम्पादन]बरेली के उत्तर पूर्व में पीलीभीत रोड के समीप त्रिशूल एयरबेस स्थित है। यह हवाई अड्डा भारतीय वायु सेना के नियंत्रण में है, तथा यहाँ से वर्तमान में सार्वजनिक सेवाओं का संचालन नहीं होता, हालाँकि इसे सार्वजनिक हवाई अड्डे में बदलने का कार्य निर्माणाधीन है। निकटतम कार्यात्मक हवाई अड्डा लगभग ८० किमी दूर उत्तराखण्ड में स्थित पन्तनगर हवाई अड्डा है। पन्तनगर से दिल्ली तथा देहरादून तक विमान सेवाएं उपलब्ध हैं। दिल्ली में स्थित इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बरेली से निकटतम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
भीतर घूमें
[सम्पादन]उत्तर भारत के किसी भी अन्य नगर की ही तरह बरेली में भी एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए परिवहन के गिने चुने साधन ही उपलब्ध हैं - ऑटो रिक्शा, साइकिल रिक्शा तथा इलेक्ट्रिक रिक्शा। नगर में ऑटो रिक्शा दो प्रारूपों में चलते हैं- शेयरिंग तथा रिज़र्व। शेयरिंग रिक्शे तय स्थानों के मध्य फेरे लगाते हैं, तथा आमतौर पर तीन-चार सवारियों को लेकर चलते हैं। अपेक्षाकृत सस्ते होने के कारण नगर में परिवहन का सबसे प्रमुख साधन ये ही हैं। रिज़र्व रिक्शे मनचाहे स्थान तक जाते हैं, परन्तु ये किराया अधिक लेते हैं। पहले छोटी दूरी तय करने के लिए साइकिल रिक्शे लोगों की पहली पसंद थे, हालाँकि अब इलेक्ट्रिक रिक्शों के चलन के कारण इनकी संख्या दिन-प्रतिदिन घटती जा रही है।
देखें
[सम्पादन]- 1 अहमद रज़ा खान का मकबरा (दरगाह-ए-आला हज़रत)
- 2 पाञ्चाल संग्रहालय, महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्यविद्यालय परिसर, ☎ +९१ ५८१ २५२ ७२६३ संग्रहालय में प्रागैतिहासिक पत्थर की मूर्तियां, मौर्य युग के देवियों की मूर्तियों के सिर और गुप्ता काल का रथ शामिल है। इसके अतिरिक्त यहाँ गुप्त काल से भी पहले की अवधि के ५०० सिक्के उपस्थित हैं। अधिकांश कलाकृतियाँ अहिछत्र (या अहि-क्षेत्र) के पुरातात्विक स्थलों से हैं।
- 3 अलखनाथ मन्दिर, अलखनाथ, नैनीताल रोड आनन्द अखाड़े से संबंधित नागा सन्यासियों का मुख्य केंद्र
- 4 गौरी शंकर मन्दिर, गुलाब नगर
- 5 तपेश्वर नाथ मन्दिर, सुभाष नगर कॉलोनी यह इस नगर का सबसे पुराना मन्दिर है
- 6 त्रिवटीनाथ मन्दिर, बीडीए कॉलोनी, नैनीताल रोड
करें
[सम्पादन]- 1 फन सिटी, पीलीभीत बाईपास रोड एक बड़ा एम्यूजमेंट पार्क, जहाँ एक एम्फीथिएटर, एक रेस्तरां और बूंद नामक एक वाटर पार्क भी है।
भ्रमण
[सम्पादन]- पीलीभीत टाइगर रिज़र्व उत्तर प्रदेश के कुछ अच्छी तरह से रखे गए जंगली इलाकों में से एक यह रिज़र्व नगर के केंद्र से मात्र ७० किमी दूर है। रिज़र्व के अपने पर्यटक लॉज हैं।
खरीदें
[सम्पादन]खाएं
[सम्पादन]- 1 दिल्ली मुगलई फ़ूड, सिविल लाइन्स (near the bus stand), ☎ +९१ ९७६१४ ०५०१६ १०:००–२४:००.
रुकें
[सम्पादन]बजट
[सम्पादन]- 1 अमाया होटल, साड़ी संसार बिल्डिंग, ३५ए, सिविल लाइन्स, चौकी चौराहा, ☎ +९१ ५८१ २९७ ०१०१ बजट यात्रियों के लिए बरेली के सबसे प्रसिद्ध बाजार में स्थित एक व्यापारिक होटल।
- 2 न्यू आरके गेस्ट हाउस, बरेली कॉलेज रोड, ☎ +९१ ५८१ २५५ ०८८८, +९१ ९७५ ८२२ ८८४२
मध्य-रेंज
[सम्पादन]- 3 स्वर्ण टावर्स, २२८-ए, सिविल लाइन्स, स्टेशन रोड, ☎ +९१ ५८१ २४२ ६६६६
- 4 डिप्लोमेट रेजीडेंसी, ६३, चौपुला रोड, सिविल लाइन्स (रेलवे स्टेशन के निकट) ४६ कमरों वाला एक बुटीक ३-सितारा होटल। ५०€ प्रति रात्रि (२०१६).
- 5 सोबती कॉन्टिनेंटल, ग्रीन पार्क, बीसलपुर रोड, ☎ +९१ ८१७१४ १२४२४ $५५ प्रति रात्रि (२०१६).
- 6 पंचम कॉन्टिनेंटल, २०४ बी, सिविल लाइन्स, स्टेशन रोड, ☎ +९१ ५८१ २५१ १८८१ $३४ प्रति रात्रि (२०१६).
- राही होटल रोहिल्ला, 2 सिविल लाइन्स (गाँधी उद्यान (कम्पनी गार्डन) के निकट)