उत्तराखण्ड में स्थित नैनीताल भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है। यह नगर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। नगर के बीचों-बीच नैनी झील है, जिसके नाम पर ही इस नगर का नाम नैनीताल रखा गया है। नैनीताल की आबादी 41,400 है। (2011 अनुमान)
समझें
[सम्पादन]नैनीताल हिमालय की कुमाऊँ पहाडि़यों की तलहटी में स्थित है। समुद्र तल से नैनीताल की कुल ऊंचाई लगभग 1938 मीटर (6358 फुट) है। नैनीताल की घाटी में नाशपाती के आकार की एक झील है जो नैनी झील के नाम से जानी जाती है। यह झील चारों ओर से पहाड़ों से घिरी है तथा इसकी कुल परिधि लगभग दो मील है।
नैनी झील के चारों ओर स्थित पहाडो़ं के उत्तर में इनकी सबसे ऊंची चोटी नैना पीक है जिसकी ऊँचाई (2615 मीटर (8579 फीट)) है, जबकि पश्चिम की ओर देवपाठा (2438 मीटर (7999 फुट)) और दक्षिण में अयार पाठा (2278 मीटर (7474 फुट)) स्थित है। इन चोटियों से संपूर्ण क्षेत्र के मनोरम दृश्य दिखते हैं।
नैनीताल दो हिस्सों में बंटा हुआ है, तल्लीताल और मल्लीताल। तल्लीताल नैनी झील के दक्षिणी हिस्से को कहते हैं, जबकि इसके उत्तर की ओर स्थित ऊपरी भाग मल्लीताल कहलाता है। 1880 में आये एक भीषण भूस्खलन में यह पूरा नगर नष्ट हो गया था, जिसके बाद यह अंग्रेजों द्वारा पुनर्निर्मित किया गया।
नैनीताल में ग्रीष्मकाल समशीतोष्ण होता है, जिसके दौरान अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस (81 °F) तथा न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस (50 °F) के करीब रहता है। सर्दियों में, नैनीताल में दिसंबर से फरवरी के मध्य हिमपात होता है और इस दौरान तापमान अधिकतम 15 डिग्री सेल्सियस (59 °F) से लेकर न्यूनतम -3 डिग्री सेल्सियस (27 °F) तक चला जाता है।
प्रवेश करें
[सम्पादन]रेल मार्ग द्वारा
[सम्पादन]सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो 35 किमी दूर हल्द्वानी में स्थित है। काठगोदाम से नैनीताल आने के लिए टैक्सी का किराया 450-600 रुपये के बीच है. आप टैक्सियों को साझा भी कर सकते हैं, जिसके बाद प्रति व्यक्ति 50 रुपये खर्च होंगे। अधिकांश होटल पूर्व अनुरोध पर पिकअप की व्यवस्था करे देंगे, जिसमें 600-900 रुपये तक खर्चा आएगा। आप काठगोदाम स्टेशन से पैदल भी बाहर निकल सकते हैं, बस स्टेशन यहाँ से मात्र 100 मीटर दूर है, जहाँ से प्रति व्यक्ति केवल 34 रुपये की दर पर आप नैनीताल के लिए बस ले सकते हैं।
नैनीताल आने के लिए कुछ उपयोगी ट्रेनें निम्न हैं:
ट्रेन संख्या | ट्रेन का नाम | आप यहाँ चढ़ सकते हैं | आप यहाँ उत्तर सकते हैं |
---|---|---|---|
15013 | रानीखेत एक्सप्रेस | दिल्ली | काठगोदाम |
15035 | उत्तराखण्ड सम्पर्क क्रान्ति एक्सप्रेस | दिल्ली | काठगोदाम |
13019 | बाघ एक्सप्रेस | हावड़ा (कलकत्ता), गोरखपुर, लखनऊ | काठगोदाम |
14120 | देहरादून-काठगोदाम एक्सप्रेस | देहरादून, हरिद्वार | काठगोदाम |
12040 | नई दिल्ली - काठगोदाम शताब्दी एक्सप्रेस | नई दिल्ली, गाज़ियाबाद | काठगोदाम |
सड़क मार्ग द्वारा
[सम्पादन]- दिल्ली से नैनीताल के लिए नियमित बस सेवा उपलब्ध है। ये सभी बसें आनन्द विहार बस अड्डे से चलती हैं, और उत्तराखण्ड परिवहन निगम द्वारा संचालित की जाती हैं।
- दिल्ली से नैनीताल के लिए कार से आने में 7 से 8 घंटे लगते हैं। पूरा सफर राजमार्ग पर है। राष्ट्रीय राजमार्ग 9 पर दिल्ली से हापुड़, गजरौला और मुरादाबाद होते हुए रामपुर तक आते हैं। रामपुर से इसी हाईवे पर बायीं ओर मुड़कर कुछ दूर चलने पर रुद्रपुर आता है, जहाँ से राष्ट्रीय राजमार्ग 109 उत्तर की ओर नैनीताल तक जाता है। मुरादाबाद से एक कम प्रचलित वैकल्पिक मार्ग भी है, जो थोड़ा छोटा पड़ता है। यह मार्ग मुरादाबाद से थोड़ा आगे से बायीं ओर को जाता है, और टाण्डा, बाजपुर और कालाढूंगी होते हुए नैनीताल पहुँचता है।
- आप दिल्ली से टैक्सी भी ले सकते हो, हालाँकि यहाँ टैक्सी साझा करने का विकल्प उपलब्ध नहीं होगा, और टैक्सी का किराया लगभग 1500 से 2200 रुपये तक हो सकता है।
वायु मार्ग द्वारा
[सम्पादन]विमान इस हिल स्टेशन तक पहुंचने का सबसे तेज़ तरीका है। पंतनगर हवाई अड्डा नैनीताल से मात्र 2 घंटे की दूरी पर है। यह देश के सबसे कम व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है, जहाँ से सप्ताह में केवल 6 निर्धारित उड़ानें संचालित होती है।
पंतनगर नैनीताल से 70 किमी दूर स्थित है। दिल्ली में निकटतम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो 280 किलोमीटर की दूरी पर है, और भारत के साथ-साथ विदेश के प्रमुख शहरों से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
भीतर घूमें
[सम्पादन]- नैनीताल अपने आस-पास के विभिन्न कस्बों से बसों के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
- नगर में कुछ रिक्शे भी हैं। ये मॉल रोड के एक छोर से दूसरी छोर तक 20 रुपये की पूर्वनिर्धारित दर पर चलते हैं। हालाँकि, वे केवल मॉल रोड के दोनों छोरों पर उपस्थित टिकट बूथों पर ही यात्रियों को चढ़ा और उतार सकते हैं।
- पैदल चलने की तुलना में नैनीताल घूमने का कोई बेहतर तरीका नहीं है। पूरी मॉल रोड के किनारे बराबर फुटपाथ हैं, जो इसे पैदल यात्रियों के लिए बेहद अनुकूल बनाते हैं। गर्मियों के मौसम में तो शाम 6 से 9 बजे तक मॉल रोड पर वाहनों का प्रवेश वर्जित कर दिया जाता है, जिससे सड़क पर केवल पैदल यात्री ही घूम सकते हैं। शहर आकार में काफी छोटा है, और मॉल रोड पर कुछ बहुत ही रोचक दुकानें और एम्पोरियम हैं, जिस कारण पैदल चलना नगर में घूमने का सर्वोत्तम विकल्प है।
देखें
[सम्पादन]- 1 नैना देवी मन्दिर एक कहानी से हमें पता चलता है कि यह मंदिर कुशाण शासनकाल के दौरान १५वीं शताब्दी में बनाया गया था, हालाँकि एक अन्य कथा बताती है कि इसे मोती राम शाह द्वारा बनवाया गया था। हालाँकि सर्वमान्य तथ्य यह है कि 1880 के भूस्खलन के दौरान यह मंदिर नष्ट हो गया था, और फिर इसे पुनर्निर्मित किया गया। यह नैनी झील के उत्तरी किनारे पर है।
- 2 नैनी झील नैनी झील सात पहाड़ों के बीच स्थित है, जो इस स्थिर ताल के चारों ओर फैली हुई हैं, और लगभग आकाश को छूती प्रतीत होती हैं।
- गुरुगवारा श्री गुरु सिंह सभा नगर का एकमात्र गुरुद्वारा; यह नैनीताल के केंद्र में स्थित है।
- 3 गर्ने हाउस, अयारपाटा पहाड़ी एक समय पर यह घर जिम कॉर्बेट का आवास हुआ करता था। अब इसे एक संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया है, जहाँ कॉर्बेट की यादें संरक्षित हैं।
- 4 सेंट जॉन इन द वाइल्डरनेस (सेंट जॉन वाइल्डरनेस गिरिजाघर), मल्लीताल इस आकर्षक गिरिजाघर का नाम कलकत्ता के बिशप और इसके संस्थापक सेंट जॉन के नाम पर पड़ा है।
- नीम करौली बाबा धाम, कैंची (कैंचीधाम), कैंची (नैनीताल-अल्मोड़ा सड़क पर नगर से 18 किमी दूर।) नीम करौली बाबा धाम कैंची में स्थित एक हिंदू धार्मिक केंद्र है, जो संत और गुरु श्री नीम करौली बाबा को समर्पित है। उनके कई भक्त दुनिया भर से इस मंदिर में आते हैं।
- 5 सरियाताल सरियाताल नैनीताल में स्थित एक झील है। यहाँ का पानी बहुत ठंडा हो सकता है, लेकिन यह कुछ समय बिताने के लिए एक अच्छा क्षेत्र है। निकट ही सरियाताल पार्क भी स्थित है।
- 6 स्नो व्यू, शेर-का-डांडा रिज 2270 मीटर की ऊंचाई पर स्थित स्नो व्यू नैना देवी छोटी के शानदार दृश्य पेश करता है। यहां एरियल एक्सप्रेस रोपेवे द्वारा पहुंचा जा सकता है, जिसका आने-जाने का किराया 100 रुपये, और एक तरफा किराया 50 रुपये है। समीप ही माउंटेन मैजिक नामक एक और जगह है, जो बंपिंग कार और गो कार्टिंग सुविधाएं प्रदान करती है।
- 7 टिफ़िन टॉप (डोरोथी सीट), अयारपाटा पहाड़ी ऊंचाई: 2292 मीटर। यहां पहुंचने के लिए आप पहले शेरवुड कॉलेज तक वाहन से आ सकते हैं, और फिर एक छोटी सी पैदल यात्रा कर यहाँ पहुंच सकते हैं।
करें
[सम्पादन]- नौकायन, नैनी झील पैडल नौकाओं को घंटे के हिसाब से किराए पर लिया जा सकता है। इसके अलावा आप नैनीताल बोट क्लब से एक यॉट भी किराए पर ले सकते हैं, जिसकी कीमत प्रति घंटे 160 है और एक नाविक भी साथ में आता है। स्व-पैडल नाव का विकल्प भी उपलब्ध है।
- गुफ़ाओं में घूमें, ☎ +91 5942 231438 9.30AM to 5.30PM. मल्लीताल (झील के उत्तरी छोर) से 2 किमी आगे की ओर एक गुफा परिसर है, जिसे स्थानीय प्रशासन द्वारा विकसित और प्रबंधित किया जाता है। इसमें छह गुफाओं (टाइगर, पैंथर, पोर्क्यूपिन, बैट्स, फ्लाइंग फॉक्स और एपिस) की एक श्रृंखला शामिल है जो आगे बढ़ते-बढ़ते संकुचित होते जाते हैं। क्लॉस्ट्रोफोबिया से ग्रसित लोगों को सलाह दी जाती है कि वे आगे की गुफाओं में न जाएँ, और शुरुआती गुफाओं के अंत में उपलब्ध निकास से बाहर निकल जाएँ।
- जानवरों को खाना खिलाएं, नैनीताल चिड़ियाघर (पण्डित गोविन्द बल्ल्भ पन्त उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान) 10AM to 4.30PM. आप नैनीताल चिड़ियाघर में जानवरों को खिला सकते हैं, जहां आपको उच्च ऊंचाई पर निवास करने वाली प्रजातियां मिलेंगी, जो इस क्षेत्र की मूल निवासी हैं। चिड़ियाघर प्रवेश शुल्क: ₹ 30; ₹ 10 बच्चों के लिए; ₹ 25 कैमरे के लिए अतिरिक्त; सोमवार को बंद। चिड़ियाघर में एक दिलचस्प प्रायोजन कार्यक्रम भी है जहां आप अपनी पसंद के जानवर के रखरखाव और भोजन को प्रायोजित कर सकते हैं। चिड़ियाघर एक विस्तृत क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे पूरा देखने के लिए बहुत पैदल चलना पड़ता है, इसलिए केवल तभी जाएं जब आप इसके साथ सहज हों।
- खरीददारी नगर में दो मुख्य खरीदारी क्षेत्र हैं, मॉल रोड और बड़ा बाजार। यहाँ खरीदने की पारंपरिक चीजों में शॉल, स्कार्फ, कार्डिगन और स्थानीय जैम शामिल हैं। आप लकड़ी के हस्तशिल्प भी खरीद सकते हैं जो स्मृति चिन्हों के लिए अच्छे और सस्ते विकल्प हैं।