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अजमेर पश्चिमी भारत के राजस्थान राज्य में स्थित एक खूबसूरत शहर हैं। यह पुष्कर के प्रवेश द्वार के रूप में अधिक लोकप्रिय है तथा जयपुर और दिल्ली के साथ सड़क से जुड़ा हुआ हैं।
इस शहर में एक महत्वपूर्ण इस्लामी तीर्थ स्थल भी हैं। सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का तीर्थस्थल अजमेर में हैं।
यात्रा
[सम्पादन]ट्रेन द्वारा
[सम्पादन]- दिल्ली से - दिल्ली-अहमदाबाद मेल एक सभ्य स्लीप ट्रेन हैं (धीमी है, लेकिन यह आपको सोने के लिए अधिक समय देती हैं) जबकि अजमेर शताब्दी एक्सप्रेस वहां पहुंचने का सबसे तेज़ तरीका हैं। सुबह और शाम जयपुर से यात्री रेलगाड़ियां हैं और वह रेलगाड़ी अहमदाबाद को जाती हैं। यह शहर उदयपुर से भी जुड़ा हुआ है, जिसमें से इंटरसिटी एक्सप्रेस एक बेहतर विकल्प होगा।
- कोलकाता से - सियालदह स्टेशन और कोलकाता (चितपुर) स्टेशन अच्छी तरह से अजमेर जंक्शन से जुड़े हुए हैं। अनन्या एक्सप्रेस (सियालडाह), सियालदह-अजमेर डेली एक्सप्रेस और कोलकाता (चित्तपुर)- अजमेर एक्स्प्रेस जैसी ट्रेन अजमेर के लिए हैं।
- अजमेर जंक्शन (AII) से जयपुर जंक्शन (JP) तक ट्रेन टिकटों का औसत किराया।
टैक्सी से
[सम्पादन]विभिन्न टूर ऑपरेटर और ट्रैवल एजेंसियों कार-टैक्सी की सेवाएं प्रदान करते हैं। यह प्रति किलोमीटर या प्रति दिन के अनुसार शुल्क लेते है। आप शहर में आने या शहर के चारों ओर आसपास के दर्शनीय स्थलों के लिए एक टैक्सी लेने के लिए योजना बना सकते हैं। यदि आप टूर के लिए एक उचित कार चाहते हैं तो आप जिला परिषद भवन (जिला प्रबंधन मुख्यालय) के सामने एक स्टैंड से टैक्सी किराए पर ले सकते हैं। यदि आप सौदेबाजी में अच्छा हैं तो यह सबसे अच्छा विकल्प होगा।
देखें
[सम्पादन]- अकबर का महल और संग्रहालय यह सम्राट अकबर का शाही निवास था। लेकिन अब एक संग्रहालय के रूप में कार्य करता है जो मुगल और राजपूत कवच का उत्कृष्ट संग्रह और कुछ ठीक मूर्तियां हैं।
- 1 अना सागर यह अजमेर के सम्राट पृथ्वीराज चौहान के दादा द्वारा निर्मित बांध हैं। दौलत बाग अना सागर के पास एक विशाल पार्क है और आराम करने के लिए एक अच्छी जगह है।
- ब्रह्मा मंदिर पुष्कर झील के नजदीक इस अद्भुत ब्रह्मा मंदिर की यात्रा के लिए आपको पुष्कर जाना चाहिए। आपको यदि शॉपिंग करनी है तो आपको तंग रास्तो मे जाना पड़ेगा। बाजार मे कई धार्मिक और रंग बिरंगी गलिया हैं। कई भोजनालयों में पारंपरिक खाद्य पदार्थों के साथ साथ आप अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों का भी सेवन कर सकते हैं।
- 2 दरगाह दरगाह मुस्लिम धर्म का एक प्रमुख तीर्थस्थान केंद्र है और सूफी संत ख्वाजा मोइन उद्दीन चिस्ती के जीवन में एक विशेष स्थान रखता हैं। यहाँ एंट्री मुफ़्त है, लेकिन आपको अपने जूते की देखभाल के कुछ रुपये का बाहर भुगतान करना पड़ सकता हैं। यहाँ पुरुषों और महिलाओं को अपने सिर को कवर करना चाहिए तथा महिलाओं को अपने कंधों को कवर करना चाहिए। दरगाह बाजार में भिखारी काफी निरंतर हो सकते हैं। यह सुझाव है कि महिलाओं को पश्चिमी कपड़ों में तीर्थस्थल में प्रवेश नहीं करना चाहिए।
- हैप्पी वैली सिर्फ अगर यह बरसात का मौसम है और आपके पास अपने समूह में बुजुर्ग सदस्य नहीं हैं।
- नरेली बाहरी इलाके (किशनगढ़ बाईपास) पर स्थित एक जैन स्थान हैं। यह यात्रा करने के लिए एक अच्छी जगह है यहाँ एक बहुत बड़ा मंदिर है और यहाँ प्रामाणिक जैन भोजन प्रदान किया जाता हैं। (आप भोजन के समय को पहले से ही देख लें। क्यूकी वे केवल उन्ही घंटों में भोजन की सेवा प्रदान करते हैं।).
- 3 पृथ्वीराज स्मारक यह 11वीं शताब्दी के सम्राट पृथ्वीराज चौहान को समर्पित एक पार्क हैं।
- शाहजहां की मस्जिद यह मस्जिद दरगाह परिसर मे सभी संरचनाओं में सबसे खूबसूरत हैं। यह सफेद संगमरमर का बना हैं।
- सोनी जी की निस्यान अना सागर के रास्ते पर एक जैन मंदिर जो बाहर से काफी सुंदर हैं। इसमें अयोध्या शहर (जो हिंदू भगवान राम का जन्मस्थान) का एक स्वर्ण मॉडल हैं। लेकिन सामान्यता इस मंदिर पर प्रोटोकॉल लागू होते हैं।
- तारागढ़ हिल यह एक मंदिर है और यह राजस्थान में दूसरा सबसे ऊंचा शिखर हैं।
विश्राम
[सम्पादन]- दरगाह के पास कई होटल और गेस्ट हाउस हैं। लेकिन अगर आप उर्स सीजन के दौरान जा रहे हैं। तो यदि हो सके तो आप संभवतः 2-3 महीने पहले अपने कमरे बुक करें।
- होटल मानसिंह पैलेस रहने के लिए एक अच्छी जगह हैं। यह सभ्य सुविधाओं के साथ एक 3-सितारा होटल हैं।
- होटल पंडित में किफायती कमरे हैं और यह सुभाष पार्क के ठीक सामने बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के केंद्र में स्थित हैं।
- खादीम पर्यटक बंगलेआरटीडीसी द्वारा चलाए जा रहे किफायती रेंज के कमरे हैं और यह बस स्टैंड के बहुत करीब है, रेलवे स्टेशन से 2 किमी दूर है।