दक्षिण कोरिया एशिया महाद्वीप पूर्व की ओर स्थित एक देश है। यह उत्तर कोरिया से जुड़ा हुआ है। एक ओर इसके चीन है और दूसरे ओर जापान है। इसे शांत सुबह की भूमि भी कहते हैं। इसकी संस्कृति चीन और जापान से काफी पुराने समय से जुड़ी हुई है। यह चीन और जापान के मध्य सांस्कृतिक सेतु के रूप में भी कार्य करता है। यह विश्व की प्रमुख आर्थिक शक्ति वाला देश है। इक्कीसवीं सदी के अंत के बाद यह पूर्व एशिया में काफी लोकप्रिय हो गया है और यह बहुत ही लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया है।
परिचय
[सम्पादन]इसे सुबह का स्थान भी कहा जाता है। इसकी संस्कृति काफी पुरानी है और अपने पड़ोसी देशों जैसे चीन और जापान से जुड़ी हुई है। इक्कीसवीं सदी के आस पास दक्षिण कोरिया की संस्कृति पूर्व एशिया में काफी लोकप्रिय हो गई, इसके कारण यह दूसरे देशों के लोगों के लिए घूमने का बहुत बड़ा स्थान बन गया।
मौसम
[सम्पादन]- बसंत ऋतु कोरिया में वर्ष का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस दौरान तापमान गर्म होता है, लेकिन उतना गर्म नहीं होता, जिससे गर्मी लगे और बारिश भी ज्यादा नहीं होती है। लेकिन बसंत ऋतु में चीन से होते हुए पीले धूल का तूफान भी आता है, जिसके कारण सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है।
- ग्रीष्म ऋतु में बहुत कम बारिश वाला ऋतु (장마철 जंगमा-चेयोल) भी जून में शुरू होता है। इसके बाद जुलाई और अगस्त के महीने में वर्षा के जल में भीगने से ऐसा लगता है मानों गर्म पानी से नहा रहे हों। इस दौरान नमी बहुत बढ़ जाती है और तापमान 35°C के पार चले जाता है। इस दौरान सूर्य के किरण से दोपहर के समय बचना चाहिए।
- पतझड़ की शुरुआत सितम्बर माह से होती है। शायद इसे कोरिया में सबसे अच्छा समय माना जा सकता है। इस दौरान तापमान और आर्द्रता दोनों अधिक संतोषजनक हो जाते हैं। इस दौरान आसमान काफी साफ रहता है और कई बार रंगों से भरा भी हो जाता है।
- शरद ऋतु का समय बसंत की आश करने का समय भी होता है। कोरियाई आविष्कार ओंडोल द्वारा बाहर के किसी जमीन से बर्फ को हटाया जा सकता है। लेकिन जनवरी और फरवरी में साइबेरियाई ठंडी हवाओं के कारण कड़कती ठंडी लगती है और हड्डियाँ भी ठिठुरने लगती है।
भाषा
[सम्पादन]दक्षिण कोरिया में कोरियाई भाषा बोली जाती है। इसके कुछ शब्द जानना काफी उपयोगी रहेगा। इसका व्याकरण हिन्द-यूरोपीय भाषाओं के व्याकरण से काफी अलग है। इस कारण पश्चिमी देशों में रहने वाले लोग इसे आसानी से सीख नहीं पाते हैं। इसके अलावा आप देश के किस कोने में हो, यह भी देखना होता है। क्योंकि यहाँ कई अलग बोलियाँ भी है। मानक कोरियाई भाषा सियोल बोली पर आधारित है और लगभग सभी इसे समझ और बोल सकते हैं।
कोरियाई लेखन पद्धति काफी सरल है, लेकिन इसे पहली बार देखने से ऐसा लगता है कि यह भी चीनी और जापानी भाषाओं कि तरह मिला कर लिखी जाती है। लेकिन यह काफी सरल और अनन्य है, इस लेखन पद्धति को हंगुल (한글) कहा जाता है।
यातायात
[सम्पादन]रेल
[सम्पादन]यदि आप जेजू नामक द्वीप नहीं जा रहे हैं तो आपको किसी विमान की कोई आवश्यकता नहीं है। दक्षिण कोरिया बहुत छोटा सा देश है और रेल सुविधा बहुत अच्छी व तेज है।
राष्ट्रीय रेल केन्द्र कोरैल दक्षिण कोरिया के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। हाल के वर्षों में पैसे को ले जाने के लिए रेल सबसे अच्छा साधन बना हुआ है। यह बस और हवाई जहाज से सस्ता और तेज होता है और सुरक्षा का भी अच्छे से इंतजाम रहता है।
बस
[सम्पादन]बस (버스 बेयोसेउ) अब तक पूरे राष्ट्रीय में यातायात करने का मुख्य तरीका है। यह सभी शहर और महानगरों को एक दूसरे से जोड़ता है। इसका काफी आना जाना रहता है और यह तेज भी है। कभी कभी यह खतरनाक भी होता है, इस कारण आपको सीट के साथ बेल्ट भी देखने को मिल सकता है।
खरीदें
[सम्पादन]मुद्रा
[सम्पादन]दक्षिण कोरिया की मुद्रा दक्षिण अफ्रीकी वोन (KRW, ₩) है। जिसे हंगुल भाषा में 원 लिखा जाता है। ₩1,000 लगभग ₹60 रुपये के बराबर है। यहाँ सभी नोट अलग अलग रंगों में आते हैं। ₩1,000 (नीला), ₩5,000 (लाल), ₩10,000 (हरा) और ₩ 50,000 (पीला) में अधिक रकम ले जाने के लिए ₩50,000 के नोट का ज़्यादातर उपयोग किया जाता है। लेकिन यदि आप ₩10,000 से कम का कोई सामान लेना चाहते हैं तो इस नोट का उपयोग करना काफी कठिन होगा। ₩50,000 के नोट प्राप्त करना भी काफी कठिन है। यह केवल कुछ एटीएम में ही मिलता है, वो भी जिस एटीएम के बाहर निशान लगा हो कि यहाँ पीले रंग का नोट मिलता है।
₩100,000 का चेक काफी अधिक उपयोग किया जाता है। कुछ चेक ₩10,000,000 तक के रकम वाले भी हो सकते हैं। इन चेकों को बैंक निजी रूप से जारी करता है। अधिक रकम देकर खरीदने के बजाय लोग चेक द्वारा पैसे देते हैं। इनमें होटल के कमरे आदि हैं, जिनमें इस तरह के चेक का उपयोग किया जाता है।
सिक्कों में ₩10, ₩50, ₩100 और ₩500 के सिक्के देखे जाते हैं। ₩1 और ₩5 के सिक्के भी मौजूद हैं, लेकिन बहुत ही कम देखे जाते हैं। ₩100 से कम मूल्य के वस्तु को खरीदना बहुत ही कम देखने को मिलता है।
खाना
[सम्पादन]नूडल
[सम्पादन]कोरिया के लोग नूडल को बहुत पसंद करते हैं। इस कारण यह कुक्सु (국수) और म्योन (면) जैसे कई अन्य प्रकारों में भी उपलब्ध है। इसे दुकानों में ₩3000 रकम दे कर खरीदा जा सकता है। इस देश में नूडल बनाने हेतु प्राथमिक रूप से गेहूँ का उपयोग किया जाता है।
समुद्री भोजन
[सम्पादन]कोरिया एक प्रायद्वीप है, इस कारण आप हर प्रकार का समुद्री भोजन (해물 हैमूल) पका हुआ या कच्चा प्राप्त कर खा सकते हैं। आप भोजनालय में खुद अपनी मछली चयन कर सकते हैं या बाजार से लाने हेतु भी कह सकते हैं, बाजार से लाना भी लोकप्रिय है, लेकिन यह बहुत महँगा भी हो सकता है। यह इस पर निर्भर करता है कि आप क्या मांग रहे हैं।
होए (회), जिसे आम तौर पे लोग हवेह बोलते हैं। यह एक कच्ची मछली है, जिसे कोरियाई शैली में मसालेदार चटनी चो-गोचूजंग (मिर्ची के साथ तेल) के साथ दिया जाता है। चोबप (초밥) भी एक कच्ची मछली है, जिसे जापान के सुशी के जैसे ही तेल मिले चावल के साथ परोसा जाता है। यदि आप होए या चोबप मंगवाते हो तो आपको हड्डियों वाला भाग नहीं परोसा जाता है, पर स्वादिष्ट और मसालेदार झोल, जिसे मेयुन्तांग (매운탕) कहते हैं, भी परोसते हैं।
कुछ तट के किनारे के शहरों में किसी उत्सव के दौरान कुछ भोजनालयों में ह्वेल का मटन भी उपलब्ध रहता है। लेकिन इन्हें ढूंढना उतना आसान भी नहीं है। जापान में इसे संस्कृति का हिस्सा माना जाता है, लेकिन यहाँ नहीं माना जाता है। पोहंग नामक शहर का व्हेल के शिकार का इतिहास बहुत लंबा है और यहाँ समुद्री भोजन के बाजार में अब तक व्हेल मिलता है। दक्षिण कोरिया में व्हेल के शिकार पर रोक है, लेकिन गलती से मछली पकड़ने के दौरान व्हेल पकड़ में आ जाये तो छूट दी गई है। हाल ही में कुछ भोजनालयों में व्हेल का मटन बेचे जाने के बारे में पता चला है, जो गैर-कानूनी है। लेकिन इसे ज्यादातर नजरंदाज कर दिया जाता है। व्हेल मिलने वाले भोजनालयों को जानना बहुत आसान है। उन भोजनालयों के आगे व्हेल का चित्र लगे रहता है। यदि आप व्हेल खाना चाहते हैं तो उससे पहले यह जान लें कि यह प्रजाति विलुप्ति के कगार पर है और निर्णय आपका है।