पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल भारत के पूर्वी क्षेत्र में स्थित एक राज्य है। अपने 9 करोड़ आबादी (2011 के अनुसार) के साथ यह भारत का चौथा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। यह क्षेत्र के अनुसार भारत का तेरहवाँ सबसे बड़ा राज्य है। इसकी सीमा पूर्व में बांग्लादेश, नेपाल और उत्तर में भूटान से मिलता है। इसकी सीमा भारतीय राज्यों ओडिशा, झारखंड, बिहार, सिक्किम और असम से मिलता है। इस राज्य की राजधानी कोलकाता (कलकत्ता) है, जो भारत का सातवाँ सबसे बड़ा शहर है, जिसे भारत की सांस्कृतिक राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। पश्चिम बंगाल में दो विश्व धरोहर स्थल है।
क्षेत्र
[सम्पादन]पश्चिम बंगाल में 23 जिले हैं।
उत्तर बंगाल
[सम्पादन]दार्जिलिंग हिल्स |
उत्तरी मैदान |
दक्षिण बंगाल
[सम्पादन]बीरभूम-मुर्शिदाबाद |
हुगली और हावड़ा |
कोलकाता |
राढ़ यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से कई नामों से जाना जाता था। |
दक्षिणपश्चिम बंगाल |
शहर
[सम्पादन]- 1 कोलकाता — यह शहर बंगाली संस्कृति का केंद्र और राज्य का एक बहुत बड़ा शहर है। यह वर्तमान में पश्चिम बंगाल की राजधानी है। इसे "जगहों का शहर" नाम से भी जाना जाता है।
- 2 बहरामपुर — इस शहर में डच, फ्रांसीसी, मुगल और पुर्तगाली वास्तुकला और अवशेषों के साथ एक ब्रिटिश छावनी भी मौजूद है।
- 5 दार्जिलिंग — एक खूबसूरत हिल स्टेशन और एक प्रमुख चाय उगाने वाला क्षेत्र है।
- 8 मुर्शिदाबाद — मुगलों के अधीन बंगाल की पूर्व राजधानी
परिचय
[सम्पादन]इतिहास
[सम्पादन]पश्चिम बंगाल का इतिहास 20,000 साल पहले का रहा है। यह क्षेत्र मगध साम्राज्य का भाग था। इसके व्यापारिक रिश्ते बर्मा (म्यांमार), थाईलैंड और सुमात्रा से थे। सौरभ गांगुली जैसे खिलाड़ी तथा मोहन बगान एवं ईस्ट बंगाल जैसी टीम इसी प्रदेश से हैं। इसमें वंगा साम्राज्य और मगध साम्राज्य भी शामिल है। हालाँकि, बंगाल का पहला स्वतंत्र राजा 6वीं शताब्दी का शशांक था, जिसकी राजधानी कर्णसुवर्ण (वर्तमान बहरामपुर के पास) थी।
भाषा
[सम्पादन]बंगाली यहाँ की मुख्य भाषा है, और इसके अलावा स्थानीय लोग काफी हद तक अंग्रेजी भी समझ लेते हैं। दार्जिलिंग क्षेत्र की मुख्य भाषा नेपाली है। कुछ लोग कुरुख बोलते हैं, जो उरांव आदिवासी समूह की भाषा है।
मौसम
[सम्पादन]उत्तर बंगाल में अधिकतम 200-400 से॰ मी॰ वर्षा दर्ज होती है। वहीं तटीय इलाकों में यह 200 से॰ मी॰ के आसपास रहती है। पर पश्चिमी पठार इलाकों में यह आंकड़ा गिर कर 100 से 150 से॰ मी॰ के मध्य आ जाता है। पुरुलिया और बांकुरा जैसे जिलों में कभी कभी सूखे जैसी स्थिति बन जाती है।
देखें
[सम्पादन]करें
[सम्पादन]खाना
[सम्पादन]यह मछलियों और मीठा-मटन के मामले में काफी प्रसिद्ध है, हालांकि यहाँ की कुछ शाकाहारी खाने भी इसकी विशेषता है। कुछ बड़े शहर जैसे कोलकाता में आपको पूरे देश के अलग अलग पकवान मिल जाएँगे तो कहीं आपको चीनी, थाई आदि के मिलेंगे।झाल मुरी (मसालेदार मुरमुरे), पुचका (जिसे पानी पूरी भी कहते हैं) और तेलेभाजा (आलू के पकौड़े जैसे तले हुए व्यंजन) जैसे लोकप्रिय व्यंजन बंगाली नाश्ते के कुछ उदाहरण हैं lचावल: चावल पश्चिम बंगाल का मुख्य अनाज है, और चावल की विभिन्न किस्मों का उपयोग विभिन्न व्यंजनों में किया जाता है, जिसमें उबले हुए चावल, पुलाव और बिरयानी शामिल हैं।